द होराइजन शिक्षण संस्थान के बच्चों द्वारा आध्यात्मिक कार्यक्रम रामचरित मानस गायन की सुंदर प्रस्तुति ने बांधीं शमां

 


बलिया। यूपी के बलिया में द होराइजन  स्कूल त्रिकालपुर शिक्षा के क्षेत्र में किसी परिचय का मुहताज नहीं,द होराइजन शिक्षण संस्थान अंग्रेजी माध्यम होने के वावजूद भारतीय संस्कृति सभ्यता एवं सनातन का बेजोड़ संगम है जो अपने बच्चों के सर्ड़वांगीण विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है इसी क्रम में द होराइजन शिक्षण संस्थान में आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रम रामचरितमानस गायन की बहुत सुंदर प्रस्तुति विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा किया गया,कार्यक्रम का प्रारम्भ तुलसी पूजन व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस प्रस्तुति में बालकांड, अयोध्याकाण्ड अरण्यकाण्ड, किष्किंधाकांड, सुंदरकांड,लंकाकांड उत्तरकाण्ड आदि प्रस्तुति के साथ साथ भगवान राम के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया, जैसे कि उनकी मर्यादा,अनुशासन, और सभी के प्रति उनका सम्मान का भाव रहता है।


कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर डॉ0 हरिकेश सिंह ( पूर्व वाइस चांसलर) ने अपने संबोधन में कहा कि जनपद का एक ऐसा विद्यालय है जो शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक ज्ञान की भी जानकारी दे रहा है,इसे देख कर मैं अभिभूत हूँ तथा"भगवान राम का व्यक्तित्व हमें मर्यादा, दया करुणा और अनुशासन की महत्ता सिखाता है श्री सिंह ने कहा हमें उनके जीवन से यह सीखने को मिलता है कि मर्यादा और अनुशासन में रहकर हम अच्छे इंसान बन सकते हैं वहीं "विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ0 गणेश पाठक(पर्यावरणविद) ने बच्चों के कार्यक्रम एवं  प्रस्तुतियों पर  कहा कि हमें वाकई शिक्षा निकेतन की याद आ गई यह देखकर और सुनकर मन प्रसन्न हो गया ऐसा लगता है मानो प्रयागराज में मैं जाकर इस कुंभ का स्नान कर  लिया, श्री पाठक ने कहा मैं धन्यवाद देना चाहता हूं विद्यालय परिवार को जिन्होंने हमें यहाँ अतिथि के रूप में बुलाकर जों सम्मान दिया है उसका मैं आभार व्यक्ति करता हूँ, श्री पाठक ने कहा कि हमें अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास में बाधक नहीं बनना चाहिए बच्चों को रूचि के अनुसार उन्हें अपने भविष्य की दिशा और दशा तय करने का अधिकार है जिसे हम अविभावकों की नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपने बच्चों का समर्थन करते जिससे कि हमारे बच्चे अवसाद से ग्रसित ना हो।द होराइजन विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा "भगवान राम का विनम्र आचरण और सभी के प्रति सम्मान का भाव हमें सिखाता है कि हमें पद,उम्र, आदि के भेदभाव के बावजूद सबसे समान व्यवहार करना चाहिए विद्यालय के प्रधानाचार्य जी ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि के साथ साथ भूतपूर्व सैनिक तथा वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया इस पावन कार्यक्रम में उपस्थित सभी अभिभावक और छात्र-छात्राएं भगवान राम के जीवन के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित हुए। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के उप प्रधानाचार्य पियूष श्रीवास्तव ने आये हुए सभी अभिभावकों को आभार प्रकट किया। यह कार्यक्रम  प्रभाकर तिवारी,रोशनी सिंह, मीनू सिंह,के निर्देशन में  सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में नीलम सिंह अभय जितेंद्र मिश्रा अभिषेक तिवारी सुखनंदन, एल बी रावत, निशांत श्रीवास्तव, शशि नाथ मेनका सिंह आकांक्षा आदि सब का योगदान सराहनीय रहा।कार्यक्रम का संचालन सुहाना यादव, तृप्ति सिंह ने किया।

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